महाभारतम् — 13.110.91
Original
Segmented
धृतिमान् अहिंसा-निरतः सत्य-वाच् अनसूयकः लोकान् वसूनाम् आप्नोति दिवाकर-सम-प्रभः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतिमान् | धृतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अहिंसा | अहिंसा | pos=n,comp=y |
| निरतः | निरम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| वाच् | वाच् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अनसूयकः | अनसूयक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वसूनाम् | वसु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| आप्नोति | आप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दिवाकर | दिवाकर | pos=n,comp=y |
| सम | सम | pos=n,comp=y |
| प्रभः | प्रभा | pos=n,g=m,c=1,n=s |