महाभारतम् — 13.112.79
Original
Segmented
वृषलो ब्राह्मणीम् गत्वा कृमि-योन्याम् प्रजायते तत्र अपत्यम् समुत्पाद्य ततो जायति मूषकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वृषलो | वृषल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ब्राह्मणीम् | ब्राह्मणी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| गत्वा | गम् | pos=vi |
| कृमि | कृमि | pos=n,comp=y |
| योन्याम् | योनि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| प्रजायते | प्रजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अपत्यम् | अपत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समुत्पाद्य | समुत्पादय् | pos=vi |
| ततो | ततस् | pos=i |
| जायति | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मूषकः | मूषक | pos=n,g=m,c=1,n=s |