महाभारतम् — 13.112.93
Original
Segmented
भोजनम् चोरयित्वा तु मक्षिका जायते नरः मक्षिका-संघ-वशगः बहून् मासान् भवति उत ततः पाप-क्षयम् कृत्वा मानुष-त्वम् अवाप्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भोजनम् | भोजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| चोरयित्वा | चोरय् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| मक्षिका | मक्षिका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मक्षिका | मक्षिका | pos=n,comp=y |
| संघ | संघ | pos=n,comp=y |
| वशगः | वशग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| मासान् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| उत | उत | pos=i |
| ततः | ततस् | pos=i |
| पाप | पाप | pos=n,comp=y |
| क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| मानुष | मानुष | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्नुते | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |