महाभारतम् — 13.114.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच अहिंसा वैदिकम् कर्म ध्यानम् इन्द्रिय-संयमः तपो ऽथ गुरु-शुश्रूषा किम् श्रेयः पुरुषम् प्रति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अहिंसा | अहिंसा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वैदिकम् | वैदिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ध्यानम् | ध्यान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
| संयमः | संयम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तपो | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| शुश्रूषा | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुरुषम् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |