महाभारतम् — 13.116.27
Original
Segmented
स्वाहा स्वधा-अमृत-भुजः देवाः सत्य-आर्जव-प्रियाः क्रव्यादान् राक्षसान् विद्धि जिह्म-अनृत-परायणान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वाहा | स्वाहा | pos=i |
| स्वधा | स्वधा | pos=n,comp=y |
| अमृत | अमृत | pos=n,comp=y |
| भुजः | भुज् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
| आर्जव | आर्जव | pos=n,comp=y |
| प्रियाः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| क्रव्यादान् | क्रव्याद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| जिह्म | जिह्म | pos=a,comp=y |
| अनृत | अनृत | pos=a,comp=y |
| परायणान् | परायण | pos=n,g=m,c=2,n=p |