महाभारतम् — 13.116.71
Original
Segmented
ब्रह्म-लोके च तिष्ठन्ति ज्वलमानाः श्रिया अन्विताः उपास्यमाना गन्धर्वैः स्त्री-सहस्र-समन्विताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| तिष्ठन्ति | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ज्वलमानाः | ज्वल् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| श्रिया | श्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| अन्विताः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| उपास्यमाना | उपास् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| गन्धर्वैः | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
| सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
| समन्विताः | समन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=p |