महाभारतम् — 13.117.14
Original
Segmented
पितृ-दैवत-यज्ञेषु प्रोक्षितम् हविः उच्यते विधिना वेद-दृष्टेन तद् भुक्त्वा इह न दुष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
| दैवत | दैवत | pos=n,comp=y |
| यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| प्रोक्षितम् | प्रोक्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| हविः | हविस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विधिना | विधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वेद | वेद | pos=n,comp=y |
| दृष्टेन | दृश् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भुक्त्वा | भुज् | pos=vi |
| इह | इह | pos=i |
| न | न | pos=i |
| दुष्यति | दुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |