महाभारतम् — 13.117.15
Original
Segmented
यज्ञ-अर्थे पशवः सृष्टा इति अपि श्रूयते श्रुतिः अतो ऽन्यथा प्रवृत्तानाम् राक्षसो विधिः उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पशवः | पशु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सृष्टा | सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| श्रूयते | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अतो | अतस् | pos=i |
| ऽन्यथा | अन्यथा | pos=i |
| प्रवृत्तानाम् | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| राक्षसो | राक्षस | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| विधिः | विधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |