महाभारतम् — 13.119.15
Original
Segmented
सर्वेषु अपररात्रेषु सूत-मागध-बन्दिन् स्तुवन्ति माम् यथा देवम् महा-इन्द्रम् प्रिय-वादिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| अपररात्रेषु | अपररात्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| सूत | सूत | pos=n,comp=y |
| मागध | मागध | pos=n,comp=y |
| बन्दिन् | बन्दिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स्तुवन्ति | स्तु | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| देवम् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| वादिनः | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |