महाभारतम् — 13.120.11
Original
Segmented
कीट उवाच सुखात् सुखतरम् प्राप्तो भगवन् त्वद्-कृते हि अहम् धर्म-मूलाम् श्रियम् प्राप्य पाप्मा नष्ट इह अद्य मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कीट | कीट | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सुखात् | सुख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| सुखतरम् | सुखतर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| कृते | कृते | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| मूलाम् | मूल | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| पाप्मा | पाप्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नष्ट | नश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इह | इह | pos=i |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |