महाभारतम् — 13.122.15
Original
Segmented
ये योनि-शुद्धाः सततम् तपसि अभिरताः भृशम् दान-अध्ययन-सम्पन्नाः ते वै पूज्यतमाः सदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| योनि | योनि | pos=n,comp=y |
| शुद्धाः | शुध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| तपसि | तपस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अभिरताः | अभिरम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| दान | दान | pos=n,comp=y |
| अध्ययन | अध्ययन | pos=n,comp=y |
| सम्पन्नाः | सम्पद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| पूज्यतमाः | पूज्यतम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सदा | सदा | pos=i |