महाभारतम् — 13.122.8
Original
Segmented
तस्मिन् तृप्ते च तृप्यन्ते पितरो दैवतानि च न हि श्रुतवताम् किंचिद् अधिकम् ब्राह्मणाद् ऋते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तृप्ते | तृप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| तृप्यन्ते | तृप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पितरो | पितृ | pos=n,g=,c=1,n=p |
| दैवतानि | दैवत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| श्रुतवताम् | श्रुतवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अधिकम् | अधिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ब्राह्मणाद् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ऋते | ऋते | pos=i |