महाभारतम् — 13.125.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच साम्ना वा अपि प्रदाने वा ज्यायः किम् भवतो मतम् प्रब्रूहि भरत-श्रेष्ठ यद् अत्र व्यतिरिच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| साम्ना | सामन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| प्रदाने | प्रदान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| ज्यायः | ज्यायस् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भवतो | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| प्रब्रूहि | प्रब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| व्यतिरिच्यते | व्यतिरिच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |