महाभारतम् — 13.125.10
Original
Segmented
नूनम् मित्राणि ते रक्षः साधु-उपचरितानि अपि स्व-दोषतः अपरज्यन्ते तेन असि हरिणः कृशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| मित्राणि | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| रक्षः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=8,n=s |
| साधु | साधु | pos=a,comp=y |
| उपचरितानि | उपचर् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| अपि | अपि | pos=i |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| दोषतः | दोष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अपरज्यन्ते | अपरञ्ज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तेन | तेन | pos=i |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| हरिणः | हरिण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कृशः | कृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |