महाभारतम् — 13.126.6
Original
Segmented
अस्य च एव समक्षम् त्वम् पार्थिवानाम् च सर्वशः भ्रातॄणाम् च प्रिय-अर्थम् मे स्नेहाद् भाषितुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| समक्षम् | समक्ष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पार्थिवानाम् | पार्थिव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
| भ्रातॄणाम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| स्नेहाद् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| भाषितुम् | भाष् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |