महाभारतम् — 13.13.3
Original
Segmented
प्राण-अतिपातम् स्तैन्यम् च परदारम् अथ अपि च त्रीणि पापानि कायेन सर्वतः परिवर्जयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राण | प्राण | pos=n,comp=y |
| अतिपातम् | अतिपात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स्तैन्यम् | स्तैन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| परदारम् | परदार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| त्रीणि | त्रि | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| पापानि | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| कायेन | काय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
| परिवर्जयेत् | परिवर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |