महाभारतम् — 13.132.28
Original
Segmented
महेश्वर उवाच मानसेन इह धर्मेण संयुक्ताः पुरुषाः सदा स्वर्गम् गच्छन्ति कल्याणि तत् मे कीर्तयतः शृणु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| महेश्वर | महेश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मानसेन | मानस | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| संयुक्ताः | संयुज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पुरुषाः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सदा | सदा | pos=i |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गच्छन्ति | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| कल्याणि | कल्याण | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कीर्तयतः | कीर्तय् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |