महाभारतम् — 13.137.26
Original
Segmented
वायोः वा सदृशम् किंचिद् ब्रूहि त्वम् ब्राह्मण-उत्तमम् अपाम् वै सदृशम् ब्रूहि सूर्यस्य नभसो ऽपि वा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वायोः | वायु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| सदृशम् | सदृश | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,comp=y |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अपाम् | अप् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| सदृशम् | सदृश | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सूर्यस्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| नभसो | नभस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| वा | वा | pos=i |