महाभारतम् — 13.138.13
Original
Segmented
अग्निम् त्वम् यजसे नित्यम् कस्माद् अर्जुन ब्राह्मणम् स हि सर्वस्य लोकस्य हव्यवाट् किम् न वेत्सि तम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| यजसे | यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| कस्माद् | कस्मात् | pos=i |
| अर्जुन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| हव्यवाट् | हव्यवह् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| किम् | किम् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| वेत्सि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |