Original

नीलकण्ठं महात्मानमसक्तं तेजसां निधिम् ।अष्टादशभुजं स्थाणुं सर्वाभरणभूषितम् ॥ ११६ ॥

Segmented

नीलकण्ठम् महात्मानम् असक्तम् तेजसाम् निधिम् अष्टादश-भुजम् स्थाणुम् सर्व-आभरण-भूषितम्

Analysis

Word Lemma Parse
नीलकण्ठम् नीलकण्ठ pos=n,g=m,c=2,n=s
महात्मानम् महात्मन् pos=a,g=m,c=2,n=s
असक्तम् असक्त pos=a,g=m,c=2,n=s
तेजसाम् तेजस् pos=n,g=n,c=6,n=p
निधिम् निधि pos=n,g=m,c=2,n=s
अष्टादश अष्टादशन् pos=a,comp=y
भुजम् भुज pos=n,g=m,c=2,n=s
स्थाणुम् स्थाणु pos=n,g=m,c=2,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
आभरण आभरण pos=n,comp=y
भूषितम् भूषय् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part