Original

पश्यध्वं त्रिदशाः सर्वे उपमन्योर्महात्मनः ।मयि भक्तिं परां दिव्यामेकभावादवस्थिताम् ॥ १७१ ॥

Segmented

पश्यध्वम् त्रिदशाः सर्वे उपमन्योः महात्मनः मयि भक्तिम् पराम् दिव्याम् एक-भावात् अवस्थिताम्

Analysis

Word Lemma Parse
पश्यध्वम् पश् pos=v,p=2,n=p,l=lot
त्रिदशाः त्रिदश pos=n,g=m,c=8,n=p
सर्वे सर्व pos=n,g=m,c=1,n=p
उपमन्योः उपमन्यु pos=n,g=m,c=6,n=s
महात्मनः महात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=s
मयि मद् pos=n,g=,c=7,n=s
भक्तिम् भक्ति pos=n,g=f,c=2,n=s
पराम् पर pos=n,g=f,c=2,n=s
दिव्याम् दिव्य pos=a,g=f,c=2,n=s
एक एक pos=n,comp=y
भावात् भाव pos=n,g=m,c=5,n=s
अवस्थिताम् अवस्था pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part