महाभारतम् — 13.14.95
Original
Segmented
पशुपति-वचनात् भवामि सद्यः कृमिः अथ वा तरुः अपि अनेक-शाखः अ पशुपति-वर-प्रसाद-जा मे त्रिभुवन-राज्य-विभूतिः अपि अनिष्टा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पशुपति | पशुपति | pos=n,comp=y |
| वचनात् | वचन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| भवामि | भू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| सद्यः | सद्यस् | pos=i |
| कृमिः | कृमि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| तरुः | तरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
| शाखः | शाखा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अ | अ | pos=i |
| पशुपति | पशुपति | pos=n,comp=y |
| वर | वर | pos=n,comp=y |
| प्रसाद | प्रसाद | pos=n,comp=y |
| जा | ज | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| त्रिभुवन | त्रिभुवन | pos=n,comp=y |
| राज्य | राज्य | pos=n,comp=y |
| विभूतिः | विभूति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अनिष्टा | अनिष्ट | pos=a,g=f,c=1,n=s |