महाभारतम् — 13.147.7
Original
Segmented
तद्-परेण एव न अन्येन शक्यम् हि एतत् तु कारणम् हेतूनाम् अन्तम् आसाद्य विपुलम् ज्ञानम् उत्तमम् ज्योतिः सर्वस्य लोकस्य विपुलम् प्रतिपद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| परेण | पर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अन्येन | अन्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हेतूनाम् | हेतु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अन्तम् | अन्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| विपुलम् | विपुल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ज्योतिः | ज्योतिस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विपुलम् | विपुल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्रतिपद्यते | प्रतिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |