महाभारतम् — 13.148.16
Original
Segmented
अमृतम् ब्राह्मणा गाव इति एतत् त्रयम् एकतः तस्माद् गो ब्राह्मणम् नित्यम् अर्चयेत यथाविधि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ब्राह्मणा | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| गाव | गो | pos=n,g=,c=1,n=p |
| इति | इति | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्रयम् | त्रय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एकतः | एकतस् | pos=i |
| तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
| गो | गो | pos=i |
| ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| अर्चयेत | अर्चय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| यथाविधि | यथाविधि | pos=i |