महाभारतम् — 13.15.46
Original
Segmented
एवम् उक्ते मया पार्थ भवे च आर्ति-विनाशने चराचरम् जगत् सर्वम् सिंहनादम् अथ अकरोत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ते | वच् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| भवे | भव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| आर्ति | आर्ति | pos=n,comp=y |
| विनाशने | विनाशन | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| चराचरम् | चराचर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सिंहनादम् | सिंहनाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |