महाभारतम् — 13.17.29
Original
Segmented
अष्टोत्तरसहस्रम् तु नाम्नाम् शर्वस्य मे शृणु यत् श्रुत्वा मनुज-श्रेष्ठ सर्वान् कामान् अवाप्स्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अष्टोत्तरसहस्रम् | अष्टोत्तरसहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| नाम्नाम् | नामन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| शर्वस्य | शर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| मनुज | मनुज | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |