महाभारतम् — 13.18.4
Original
Segmented
चतुः-शीर्षः ततस् प्राह शक्रस्य दयितः सखा आलम्बायन इति एव विश्रुतः करुणा-आत्मकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| चतुः | चतुर् | pos=n,comp=y |
| शीर्षः | शीर्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शक्रस्य | शक्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दयितः | दयित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सखा | सखि | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आलम्बायन | आलम्बायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विश्रुतः | विश्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| करुणा | करुणा | pos=n,comp=y |
| आत्मकः | आत्मक | pos=a,g=m,c=1,n=s |