महाभारतम् — 13.2.56
Original
Segmented
ततो रहः स विप्रर्षिः सा च एव उपविवेश ह संस्मृत्य भर्तुः वचनम् गृहस्थ-आश्रम-काङ्क्षिणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| रहः | रहस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विप्रर्षिः | विप्रर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| उपविवेश | उपविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |
| संस्मृत्य | संस्मृ | pos=vi |
| भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गृहस्थ | गृहस्थ | pos=n,comp=y |
| आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
| काङ्क्षिणः | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |