महाभारतम् — 13.21.14
Original
Segmented
अष्टावक्र उवाच हरन्ति दोष-जातानि नरम् जातम् यथेच्छकम् प्रभवामि सदा धृत्या भद्रे स्वम् शयनम् व्रज
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अष्टावक्र | अष्टावक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हरन्ति | हृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| दोष | दोष | pos=n,comp=y |
| जातानि | जात | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| नरम् | नर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| जातम् | जन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| यथेच्छकम् | यथेच्छक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्रभवामि | प्रभू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| सदा | सदा | pos=i |
| धृत्या | धृति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| शयनम् | शयन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| व्रज | व्रज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |