महाभारतम् — 13.23.14
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच अश्वमेध-सहस्रम् च सत्यम् च तुलया धृतम् न अभिजानामि यदि अस्य सत्यस्य अर्धम् अवाप्नुयात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अश्वमेध | अश्वमेध | pos=n,comp=y |
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तुलया | तुला | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| धृतम् | धृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| अभिजानामि | अभिज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| यदि | यदि | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| सत्यस्य | सत्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अर्धम् | अर्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |