महाभारतम् — 13.23.18
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच अनेकान्तम् बहु-द्वारम् धर्मम् आहुः मनीषिणः किम् निश्चितम् भवेत् तत्र तत् मे ब्रूहि पितामह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अनेकान्तम् | अनेकान्त | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| मनीषिणः | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| निश्चितम् | निश्चि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |