महाभारतम् — 13.24.26
Original
Segmented
क्षात्र-धर्मिणम् अपि आजौ केतयेत् कुल-जम् द्विजम् न तु एव वणिजम् तात श्राद्धेषु परिकल्पयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षात्र | क्षात्र | pos=a,comp=y |
| धर्मिणम् | धर्मिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| आजौ | आजि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| केतयेत् | केतय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कुल | कुल | pos=n,comp=y |
| जम् | ज | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| द्विजम् | द्विज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| वणिजम् | वणिज् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| श्राद्धेषु | श्राद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| परिकल्पयेत् | परिकल्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |