महाभारतम् — 13.24.60
Original
Segmented
गुरु-अर्थम् वा अभय-अर्थम् वा वर्जयित्वा युधिष्ठिर ये ऽनृतम् कथयन्ति स्म ते वै निरय-गामिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| अभय | अभय | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| वर्जयित्वा | वर्जय् | pos=vi |
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽनृतम् | अनृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कथयन्ति | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| निरय | निरय | pos=n,comp=y |
| गामिनः | गामिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |