महाभारतम् — 13.24.85
Original
Segmented
भयात् पापात् तथा आबाधात् दारिद्र्याद् व्याधि-धर्षणात् यद्-कृते प्रतिमुच्यन्ते ते नराः स्वर्ग-गामिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| पापात् | पाप | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| आबाधात् | आबाध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| दारिद्र्याद् | दारिद्र्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| व्याधि | व्याधि | pos=n,comp=y |
| धर्षणात् | धर्षण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,comp=y |
| कृते | कृते | pos=i |
| प्रतिमुच्यन्ते | प्रतिमुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नराः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| गामिनः | गामिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |