महाभारतम् — 13.25.7
Original
Segmented
गो कुलस्य तृषा-आर्तस्य जल-अर्थे वसुधाधिप उत्पादयति यो विघ्नम् तम् विद्याद् ब्रह्म-घातिनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गो | गो | pos=i |
| कुलस्य | कुल | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| तृषा | तृषा | pos=n,comp=y |
| आर्तस्य | आर्त | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| जल | जल | pos=n,comp=y |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वसुधाधिप | वसुधाधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| उत्पादयति | उत्पादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विघ्नम् | विघ्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विद्याद् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| घातिनम् | घातिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |