महाभारतम् — 13.27.58
Original
Segmented
हंस-आदिभिः सु बहुभिः विविधैः पक्षिभिः वृताम् गङ्गाम् गो कुल-सम्बाधाम् दृष्ट्वा स्वर्गो ऽपि विस्मृतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हंस | हंस | pos=n,comp=y |
| आदिभिः | आदि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| बहुभिः | बहु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| विविधैः | विविध | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| पक्षिभिः | पक्षिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वृताम् | वृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| गो | गो | pos=i |
| कुल | कुल | pos=n,comp=y |
| सम्बाधाम् | सम्बाध | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| स्वर्गो | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| विस्मृतः | विस्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |