महाभारतम् — 13.30.15
Original
Segmented
भीष्म उवाच एवम् तस्मै वरम् दत्त्वा वासवो ऽन्तरधीयत प्राणान् त्यक्त्वा मतङ्गो ऽपि प्राप तत् स्थानम् उत्तमम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दत्त्वा | दा | pos=vi |
| वासवो | वासव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽन्तरधीयत | अन्तर्धा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
| मतङ्गो | मतंग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| प्राप | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |