महाभारतम् — 13.32.31
Original
Segmented
अग्नीन् आधाय विधिवत् प्रयता धारयन्ति ये प्राप्ताः सोम-आहुतिम् च एव दुर्गाणि अतितरन्ति ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अग्नीन् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आधाय | आधा | pos=vi |
| विधिवत् | विधिवत् | pos=i |
| प्रयता | प्रयम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| धारयन्ति | धारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्राप्ताः | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सोम | सोम | pos=n,comp=y |
| आहुतिम् | आहुति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| दुर्गाणि | दुर्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अतितरन्ति | अतित् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |