महाभारतम् — 13.33.21
Original
Segmented
वृषल-त्वम् परिगता ब्राह्मणानाम् अदर्शनात् श्रेयान् पराजयः तेभ्यः न जयो जयताम् वर
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वृषल | वृषल | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परिगता | परिगम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अदर्शनात् | अदर्शन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| श्रेयान् | श्रेयस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पराजयः | पराजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तेभ्यः | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| न | न | pos=i |
| जयो | जय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जयताम् | जि | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |