महाभारतम् — 13.37.5
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच अपीडया च भृत्यानाम् धर्मस्य अहिंसया तथा पात्रम् विद्याम तत्त्वेन यस्मै दत्तम् न संतपेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अपीडया | अपीडा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| भृत्यानाम् | भृत्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अहिंसया | अहिंसा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| पात्रम् | पात्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विद्याम | विद् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| यस्मै | यद् | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| दत्तम् | दा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| संतपेत् | संतप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |