महाभारतम् — 13.38.16
Original
Segmented
अन् अर्थि-त्वात् मनुष्याणाम् भयात् परिजनस्य च मर्यादायाम् अमर्यादाः स्त्रियः तिष्ठन्ति भर्तृषु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन् | अन् | pos=i |
| अर्थि | अर्थिन् | pos=a,comp=y |
| त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| मनुष्याणाम् | मनुष्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| परिजनस्य | परिजन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| मर्यादायाम् | मर्यादा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| अमर्यादाः | अमर्याद | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| तिष्ठन्ति | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| भर्तृषु | भर्तृ | pos=n,g=m,c=7,n=p |