महाभारतम् — 13.4.40
Original
Segmented
क्षत्रियम् तु उग्र-कर्माणम् त्वम् भद्रे जनयिष्यसि न हि ते तत् कृतम् साधु मातृ-स्नेहेन भामिनि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षत्रियम् | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| उग्र | उग्र | pos=a,comp=y |
| कर्माणम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| जनयिष्यसि | जनय् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| मातृ | मातृ | pos=n,comp=y |
| स्नेहेन | स्नेह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भामिनि | भामिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |