महाभारतम् — 13.40.21
Original
Segmented
रक्षा-विधानम् मनसा स विचिन्त्य महा-तपाः आहूय दयितम् शिष्यम् विपुलम् प्राह भार्गवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रक्षा | रक्षा | pos=n,comp=y |
| विधानम् | विधान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विचिन्त्य | विचिन्तय् | pos=vi |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| तपाः | तपस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आहूय | आह्वा | pos=vi |
| दयितम् | दयित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| शिष्यम् | शिष्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विपुलम् | विपुल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भार्गवम् | भार्गव | pos=n,g=m,c=2,n=s |