महाभारतम् — 13.40.30
Original
Segmented
शिखी जटी चीर-वासाः पुनः भवति पुत्रक बृहत्-शरीरः च पुनः पीवरो ऽथ पुनः कृशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शिखी | शिखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| जटी | जटिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| चीर | चीर | pos=n,comp=y |
| वासाः | वासस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पुत्रक | पुत्रक | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| बृहत् | बृहत् | pos=a,comp=y |
| शरीरः | शरीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पीवरो | पीवर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| कृशः | कृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |