महाभारतम् — 13.40.37
Original
Segmented
पुनः अन्तर्हितः शक्रो दृश्यते ज्ञान-चक्षुषा वायु-भूतः च स पुनः देव-राजः भवति उत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| अन्तर्हितः | अन्तर्धा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
| चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वायु | वायु | pos=n,comp=y |
| भूतः | भू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| उत | उत | pos=i |