महाभारतम् — 13.40.55
Original
Segmented
गुरु-पत्नीम् उपासीनो विपुलः स महा-तपाः उपासीनाम् अनिन्द्य-अङ्गीम् कथाभिः समलोभयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| पत्नीम् | पत्नी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उपासीनो | उपास् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विपुलः | विपुल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| तपाः | तपस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उपासीनाम् | उपास् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| अनिन्द्य | अनिन्द्य | pos=a,comp=y |
| अङ्गीम् | अङ्ग | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| कथाभिः | कथा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| समलोभयत् | संलोभय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |