महाभारतम् — 13.43.3
Original
Segmented
विपुल उवाच ब्रह्मर्षे मिथुनम् किम् तत् के च ते पुरुषा विभो ये माम् जानन्ति तत्त्वेन तान् च मे वक्तुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विपुल | विपुल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ब्रह्मर्षे | ब्रह्मर्षि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मिथुनम् | मिथुन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पुरुषा | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| जानन्ति | ज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वक्तुम् | वच् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |