महाभारतम् — 13.45.20
Original
Segmented
सप्त-अवरे महा-घोरे निरये कालसाह्वये स्वेदम् मूत्रम् पुरीषम् च तस्मिन् प्रेत उपाश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सप्त | सप्तन् | pos=n,comp=y |
| अवरे | अवर | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| घोरे | घोर | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| निरये | निरय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कालसाह्वये | कालसाह्वय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स्वेदम् | स्वेद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मूत्रम् | मूत्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पुरीषम् | पुरीष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्रेत | प्रे | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| उपाश्नुते | उपाश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |