महाभारतम् — 13.47.26
Original
Segmented
एवम् एतत् समुद्दिष्टम् धर्मेषु भरत-ऋषभ एतद् धर्मम् अनुस्मृत्य न वृथा साधयेद् धनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| समुद्दिष्टम् | समुद्दिश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| धर्मेषु | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुस्मृत्य | अनुस्मृ | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| वृथा | वृथा | pos=i |
| साधयेद् | साधय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |