महाभारतम् — 13.48.7
Original
Segmented
तिस्रः क्षत्रिय-संबन्धात् द्वयोः आत्मा अस्य जायते हीन-वर्णः तृतीयस्याम् शूद्र उग्र इति स्मृतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तिस्रः | त्रि | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| क्षत्रिय | क्षत्रिय | pos=n,comp=y |
| संबन्धात् | सम्बन्ध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| द्वयोः | द्वि | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हीन | हा | pos=va,comp=y,f=part |
| वर्णः | वर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तृतीयस्याम् | तृतीय | pos=a,g=f,c=7,n=s |
| शूद्र | शूद्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उग्र | उग्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| स्मृतः | स्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |